22 सप्ताह के कड़े प्रशिक्षण के बाद एशिया की सबसे बड़ी "नौसेना अकादमी ऐजिमाला " केरला में पासिंग आउट परेड का हिस्सा बन नौसेना में सब लैफ्टिनैन्ट बन गई।
उत्तराखंड की बेटियाँ लगातार पूरे देश में ही नही पूरी दुनियाँ मे प्रदेश का नाम रोशन कर रही है फिर चाहे वो खेकल का मैदान हो, शिक्षा का क्षेत्र हो या फिर भारतीय सेना का हिस्सा हो हर जगह उत्तराखंड की बेटियाँ अपना और प्रदेश का नाम रोशन कर रही है इसी कड़ी में अब एक बेटी का नाम और जुड़ गया है और वो नाम है नैनीताल की नैनिका रौतेला का, नैनीताल की नैनिका रौतेला भारतीय नौसेना में सब लेफ्टिनेंट बन गई है, उनकी इस उपलब्धि से पूरे नैनीताल में ख़ुशी की लहार है, नैनिका रौतेला 22 सप्ताह के कड़े प्रशिक्षण के बाद एशिया की सबसे बड़ी "नौसेना अकादमी ऐजिमाला " केरला में पासिंग आउट परेड का हिस्सा बन नौसेना में सब लैफ्टिनैन्ट बन गई। नैनिका रौतेला के पिता रामसिंह रौतेला और उनकी मां डा0 बसन्ती रौतेला ने इस सेरेमनी के सुनहरे पलों में अपनी बेटी को स्ट्राइप्स पहनए वहीँ नैनिका के छोटे भाई हर्ष रौतेला ने अपनी बड़ी बहन को गोद में उठा कर इन अनमोल खुशी के पलों को महसूस किया, अगर नैनिका की पढाई की बात करे तो उन्होंने कक्षा 6 तक की पढ़ाई मोहन लाल साह बाल विद्या मंदिर और इंटर तक की शिक्षा सेंट मेरी से प्राप्त की। उसके बाद उन्होंने कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग रुड़की से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की मेधावी छात्रा रहीं नैनिका के पिता रामसिंह रौतेला नैनीताल में एक प्रतिष्ठित वकील हैं, जबकि उनकी मां डॉ. बसंती रौतेला मोहनलाल साह इंटर कॉलेज में प्रवक्ता हैं। अपनी बेटी की इस उपलब्धि से पर उनके पिता राम सिंह रौतेला का कहन है कि नैनिका ने उनका 30 साल पुराना सपना पूरा किया है। क्युकी वो खुद भी भारतीय सेना का हिस्सा बनना चाहते थे और उन्होंने सेना के अलावा कभी किसी दूसरी सरकारी नौकरी के लिये आवेदन नहीं किया। उनका चयन तो भारतीय सेना में नहीं हो सका, लेकिन उनकी बेटी ने उनका सपना पूरा किया है। नैनिका की इस उपलब्धि पर नैनीताल के लोग भी गौरवान्वित महसूस कर रहे है।