तिकोनिया से डिग्री कॉलेज तक की सड़क इस तरह से सजाई गई. कि व्हाट्सएप पर स्टेटस लगने लगे कि आप पेरिस में नहीं हल्द्वानी में घूम रहे हैं. सभी लोग हैरान थे कि आखिर इतना विकास कैसे हो गया
हल्द्वानी. धानमंत्री नरेंद्र मोदी का 30 दिसंबर को हल्द्वानी में आगमन हुआ. इसके लिए तैयारियां भी ज़ोर शोर से की गई. जहां सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रही, तो वहीं सौंदर्यीकरण का भी कार्य जोरों शोरों से हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हेलीकॉप्टर मिलिट्री ग्राउंड पर उतरा, उसके बाद वह सड़क से होते हुए वह एमबी इंटर कॉलेज के ग्राउंड सभा स्थल में पहुंचे. तिकोनिया से डिग्री कॉलेज तक की सड़क इस तरह से सजाई गई. कि व्हाट्सएप पर स्टेटस लगने लगे कि आप पेरिस में नहीं हल्द्वानी में घूम रहे हैं. सभी लोग हैरान थे कि आखिर इतना विकास कैसे हो गया. खैर होता भी क्यों नहीं, पीएम मोदी का पहली बार हल्द्वानी में आगमन जो था. तो चलिए आपको बताते हैं इन सब पर कितना खर्च हुआ.
पीएम मोदी की हल्द्वानी में 30 तारीख को रैली आयोजित हुई, इसके लिए एमबी इंटर कॉलेज के ग्राउंड को सभा स्थल बनाया गया. जिसे सजाने और संवारने का काम भी किया गया. पीएम की रैली के लिए एमबी इंटर कॉलेज में मंच बनाया गया, बैरिकेडिंग बनाई गई, पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम का निर्माण किया गया, LED डिस्पले लगाई गई, साथ ही जनरेटर साउंड सिस्टम की व्यवस्था की गई. सभा स्थल में पीएमओ, सीएम और गवर्नर ग्रीन रूम भी बनाए गए. जिसमें लोक निर्माण विभाग ने 3 करोड़ 25 लाख रुपये खर्च कर दिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा स्थल से पहले आस पास की सरकारी विभागों की दीवारों की रंगाई पुताई की गई, लोक निर्माण विभाग ने आर्मी कैंट से लेकर सभा स्थल तक सड़क बनाने और डिवाइडरों की पुताई भी कराई, जिसमें करीब 88 लाख रुपये खर्च किए गए. जिला विकास प्राधिकरण ने नैनीताल रोड और PM के मंच के सामने 300 गमले लगाए थे, इन गमलों को खरीदने में प्राधिकरण ने करीब 3 लाख 5 हज़ार खर्च कि.
अमर उजाला में छपी खबर के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी की रैली में लोक निर्माण विभाग ने मंच, सड़क और दीवार बनाने में कुल 4 करोड़ 18 लाख रुपए खर्च कर दिए, जिसका लोक निर्माण विभाग ने शासन को पत्र भेजकर बजट भी मांगा है. हालांकि अभी MB इंटर कॉलेज के ग्राउंड की दीवार टूटी हुई है, जिसको बनाने के लिए 5 लाख रुपये खर्च होने हैं. तो वहीं नैनीताल रोड पर प्राधिकरण की ओर से लगाए गए 16 गमले चोरी हो गए हैं. जिससे अधिकारी भी सकते में आए हुए हैं.