नैनीताल जिले के रामनगर से 14 किलोमीटर दूर स्थित गर्जिया देवी मंदिर लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है, चैत्र नवरात्र के पहले दिन से ही यहां सुबह 4 बजे से भक्तों की लंबी कतारें लगी हुई हैं
नैनीताल जिले के रामनगर (Ramnagar) से 14 किलोमीटर दूर स्थित गर्जिया देवी मंदिर लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है, चैत्र नवरात्र (Navratri) के पहले दिन से ही यहां सुबह 4 बजे से भक्तों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। श्रद्धालु मां गर्जिया के दर्शन के लिए पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, आगरा मुरादाबाद जैसे दूर-दराज के स्थानों से पहुंच रहे हैं।
प्राचीन कथाओं के अनुसार हजारों साल पहले एक मिट्टी का विशाल टीला कोसी नदी के प्रवाह के साथ बहकर यहां आ गया था,तब बटुक भैरव देवता ने इसे रोकते हुए कहा, 'देवी ठहरो और यहां मेरे साथ निवास करो' | तभी से ये टीला गर्जिया माता का पवित्र स्थल बन गया,कहा जाता है कि जब नागा बाबा ने यहां मूर्ति की स्थापना की, तो उसी समय एक शेर ने जोरदार गर्जना की थी,इसे दैवीय संकेत मानते हुए मंदिर का नाम 'गर्जिया देवी' रख दिया गया | मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से गर्जिया देवी से प्रार्थना करता है, उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं | भक्तों का विश्वास है कि देवी शक्ति का ये पवित्र स्थल संपन्नता, सुख, और समृद्धि प्रदान करता है | नवरात्रि के दौरान यहां आने वाले श्रद्धालु मन्नत के रूप में लाल चुनरी, नारियल, और सिंदूर अर्पित करते हैं |