रामनगर की जीवनदायिनी कोसी नदी, जिसे यहां के लोग अपनी धरोहर मानते हैं,आज बड़े पैमाने पर खनन का शिकार हो रही है लेकिन अब ये खनन हाथों से नहीं बल्कि मशीनों से किया जा रहा है
रामनगर (Ramnagar) की जीवन दायिनी कोसी नदी, जिसे यहां के लोग अपनी धरोहर मानते हैं,आज बड़े पैमाने पर खनन का शिकार हो रही है लेकिन अब ये खनन हाथों से नहीं बल्कि मशीनों से किया जा रहा है |
रामनगर की कोसी (Kosi) और दाबका नदी में पहले परंपरागत तरीके से मजदूरों के जरिए खनन किया जाता था लेकिन अब धीरे-धीरे ये काम बड़ी मशीनों से किया जाने लगा है जोकि ना सिर्फ गाइडलाइन के खिलाफ है, बल्कि नदी के स्वास्थ्य के लिए भी बेहद खतरनाक साबित हो सकता है |