भारत सरकार और राज्य सरकार के दिशा निर्देशन के अनुसार गेहूं की खरीद होगी, जिस किसान को गेहूं बेचना होगा, उसे भू-अभिलेख पोर्टल में पंजीकरण करना ही होगा, जिसकी रिपोर्ट एसडीएम कार्यालय में जाएगी।
आरएफसी कुमाऊं हरवीर सिंह ने आज हल्द्वानी में एक अहम बैठक की जिसमें बताया गया की धान खरीद के बाद इस बार गेहूं की खरीद भी पूरी पारदर्शिता के साथ करने के लिए आरएफसी कुमाऊं हरवीर सिंह पूरी तरह से तैयार हैं, हल्द्वानी स्थित अपने कार्यालय में आरएफसी कुमाऊं हरवीर सिंह ने बताया कि गेहूं की खरीद को लेकर सभी तैयारियां पूरी करने के उन्होंने निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा की भारत सरकार और राज्य सरकार के दिशा निर्देशन के अनुसार गेहूं की खरीद होगी, जिस किसान को गेहूं बेचना होगा, उसे भू-अभिलेख पोर्टल में पंजीकरण करना ही होगा, जिसकी रिपोर्ट एसडीएम कार्यालय में जाएगी और पटवारी यह सुनिश्चित करेंगे कि किसान ने जितना गेहूं बोया है, उतना गेहूं क्रय किया जाएगा। साथ ही आरएफसी कुमाऊं ने कहा की फिलहाल गेहूं खरीद को लेकर उनके यहां 2015 प्रति कुंटल रेट हैं, जबकि बाजार में 2300 प्रति कुंटल रेट रखे गए हैं, यह बड़ी चुनौती है कि इन दिनों में खरीद कैसे की जाएगी लेकिन सरकार के गठन होने जा रही है, सरकार किसानों को गेहूं की खरीद पर छूट देगी और उनको सही मूल्य दिया जाएगा, ताकि किसानों की गेहूं की फसल को खरीदा जा सके। इसको लेकर पूरे कुमाऊं में लगभग 200 क्रय केंद्र बनाए गए हैं, वहीं किसानों के गेहूं को क्रय करने के बाद उनका भुगतान यथाशीघ्र कर दिया जाएगा गेहूँ की खरीद को पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाएगा।