सैनिक स्कूल घोड़ाखाल ने लहराया परचम NDA में सर्वाधिक कैडेट भेजने के लिए मिला सम्मान

उत्तराखंड के सैनिक स्कूल घोड़ाखाल ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता का परचम लहराया है। स्कूल को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में सर्वाधिक कैडेट भेजने के लिए 10वीं बार रक्षा मंत्री ट्रॉफी से सम्मानित किया गया है

सैनिक स्कूल घोड़ाखाल ने लहराया परचम  NDA में सर्वाधिक कैडेट भेजने के लिए मिला सम्मान
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Uttarakhand News:- उत्तराखंड(Uttarakhand ) के सैनिक स्कूल घोड़ाखाल(Sainik School Ghorakhal) ने एक बार फिर देशभर में अपनी उत्कृष्टता का परचम लहराया है। स्कूल को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में सर्वाधिक कैडेट भेजने के लिए 10वीं बार रक्षा मंत्री ट्रॉफी से सम्मानित किया गया है। तिलैया में आयोजित अखिल भारतीय सम्मेलन(All India Conference) में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ(Minister of State for Defence Sanjay Seth) ने यह ट्रॉफी स्कूल के प्रधानाचार्य ग्रुप कैप्टन विजय सिंह डंगवाल को सौंपी। इस सम्मेलन में देशभर के 33 सैनिक स्कूलों ने हिस्सा लिया था।
सैनिक स्कूल घोड़ाखाल ने अपने शानदार प्रदर्शन और कैडेटों की उपलब्धियों के दम पर साबित कर दिया कि, वो सैन्य शिक्षा, नेतृत्व विकास और अनुशासन के क्षेत्र में शीर्ष पर है। आपको बता दे कि 1966 में स्थापित इस स्कूल का मुख्य उद्देश्य कैडेटों को एनडीए के लिए शैक्षणिक, शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार करना रहा है।वहीं ये ट्रॉफी स्कूल के समर्पित शिक्षकों, कर्मचारियों और कैडेटों की कड़ी मेहनत का नतीजा है।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य ग्रुप कैप्टन विजय सिंह डंगवाल ने कहा कि ये  सम्मान कैडेटों की देश सेवा के लिए तैयारी और सैनिक स्कूलों की महत्वपूर्ण भूमिका को एक बार फिर रेखांकित करता है। उन्होंने स्कूल की इस उपलब्धि को सभी के सामूहिक प्रयासों का परिणाम बताया।
सात ही ये  सम्मान न केवल सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि उत्तराखंड के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। स्कूल के इस प्रदर्शन ने सैन्य शिक्षा के क्षेत्र में उसकी साख को और मजबूत किया है।

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