राज्य आंदोलनकारीयो का कहना है कि 21 सालों में राज्य में 11 मुख्यमंत्री बदल गए हैं तो वही इन 21 सालों में राज्य आंदोलनकारियों को सरकारों द्वारा कोई मूलभूत सुविधाओं से लाभान्वित नहीं किया गया
राज्य स्थापना दिवस के मौके पर आज हल्द्वानी में एसडीएम कोर्ट के बाहर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के स्मारक के बाहर बैठकर राज्य आंदोलनकारियों ने आगामी 10 नवंबर को मिनी स्टेडियम में होने जा रहे राज्य स्थापना दिवस के मंडल स्तरीय समारोह में नहीं जाने की बात कही है तो वही उन्होंने सरकार पर राज्य आंदोलनकारियों की अनदेखी का आरोप लगाया है।
राज्य आंदोलनकारीयो का कहना है कि 21 सालों में राज्य में 11 मुख्यमंत्री बदल गए हैं तो वही इन 21 सालों में राज्य आंदोलनकारियों को सरकारों द्वारा कोई मूलभूत सुविधाओं से लाभान्वित नहीं किया गया उनका कहना है कि राज्य स्थापना दिवस को वे विरोध दिवस के तौर पर मनाएंगे, उनका कहना है कि राज्य निर्माण राज्य आंदोलनकारियों के जिस सपने को लेकर किया गया वह सपने आज साकार नहीं हो पाए हैं। राज्य से पलायन बढ़ रहा है तो महिलाओं को जंगली जानवरों के चलते तमाम प्रकार की दिक्कतें उठानी पड़ रही है पहाड़ों पर स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होने की जगह बदहाली के कगार पर चली गई हैं। राज्य आंदोलनकारियों ने जहां सरकार से आंदोलनकारियों को सम्मान देने की मांग की है तो वही वंचित रह गए आंदोलनकारियों का चिंहीकरण करने को कहा है।