वट सावित्री का पर्व गुरुवार को धूम-धाम से मनाया गया. महिलाओं ने वट वृक्ष की पूजा अर्चना कर अपने पति की लम्बी आयु के लिए वरदान मांगा.
हल्द्वानी. वट सावित्री का पर्व गुरुवार को धूम-धाम से मनाया गया. महिलाओं ने वट वृक्ष की पूजा अर्चना कर अपने पति की लम्बी आयु के लिए वरदान मांगा। कोरोना काल के चलते इस वर्ष मंदिरो में महिलाओ की ज़्यादा भीड़ देखने को नहीं मिली। लेकिन फिर भी वट पर्व के लिए महिलाओं में काफी उत्साह देखने को मिला। महिलाओं ने कोरोना गाइडलाइन का ध्यान रखते हुए वट सावित्री की पूजा की. इस अवसर पर आचार्य नितिन भट्ट ने बताया की महिलाओं के लिए आज के पर्व का बहुत महत्व होता है.
वट सावित्री व्रत का हिंदू रीति-रिवाजों में विशेष महत्व माना गया है. इस दिन सुहागने अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं. और साथ ही वट वृक्ष की पूजा अर्चना भी की जाती है. धार्मिक कथाओं के आधार पर पुरातन काल में सत्यवान के प्राणों की रक्षा के लिए उसकी पत्नी सावित्री स्वयं यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राण वापस ले आई थी. तभी से सुहागन औरतें अपने पति की लंबी आयु के लिए इस व्रत को रखती हैं.