जिस बाघिन को वन विभाग ने भीमताल में पकड़ था उसने ही तीनों लोगों को अपना शिकार बनाया था।जिसके बाद से ही आदमखोर के खिलाफ लोगों में काफी गुस्सा भी था।
बीते दिन भीमताल(Bhimtal) से आदमखोर बाघ(man-eating tiger) के हमले की खबरे सामने आ रही है जिसमे एक बड़ा अपडेट सामने आया है बता दे क्षेत्र में तीन लोगों को अपना शिकार बनाने वाली आदमखोर पकड़ी गई बाघिन(tigress) ही थी। जिसमे मंगलवार को फॉरेंसिक रिपोर्ट(forensic report) आने के बाद इसकी पुष्टि हो गई है। वही कुछ दिन पूर्व पकड़ी गई बाघिन के सैंपल जांच के लिए देहरादून WWI(Dehradun WWI) भेजे गए थे।जिसमे मंगलवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक जांच के भेजे गए सैंपल तीनों घटनाओं में मिले सबूतों से मैच हो गए हैं। जिससे ये साफ हो गया कि जिस बाघिन को वन विभाग(Forest department) ने भीमताल में पकड़ था उसने ही तीनों लोगों को अपना शिकार बनाया था। जानकारी के लिए बता दे सात दिसंबर को भीमताल ब्लॉक के मलुवा ताल(Maluva Tal) नौ दिसंबर को पिनरो(Pinero) के तोक डोब और 19 दिसंबर को अल्चौना के ताडा गांव(Tada village of Alchauna) में आदमखोर ने दो महिलाओं और एक युवती को अपना शिकार बना लिया था। जिसके बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ था।और जिसके चलते इलाके के स्कूल बंद कर दिए गए थे। जिसके बाद कई दिनों तक पूरा इलाका दहशत में रहा। साथ ही डर से ग्रामीणों ने अपने मवेशियों को गोशाला तक भेज दिया था। जिसके बाद से ही आदमखोर के खिलाफ लोगों में काफी गुस्सा भी था। जिसके चलते तीनों क्षेत्र में 15 पिंजरे(15 cages) 109 कैमरे और 200 वन कर्मी(200 forest personnel) तैनात किए गए। और आखिरकार 25 दिसंबर को विभाग ने जंगलिया गांव(Jangaliya Village) से रात को एक बाघिन को ट्रेंकुलाइज किया था।जो की वही आदमखोर बाघिन निकली ,जो लगातार लोगों को अपना शिकार बना रही थी ।