शहर में हो रही मूसलाधार वर्षा से जनजीवन अस्त−व्यस्त है। नालों और प्राकृतिक जल स्रोतों से भारी मात्रा में पानी नैनी झील में पहुंच रहा है।
शहर में हो रही मूसलाधार वर्षा से जनजीवन अस्त−व्यस्त है। नालों और प्राकृतिक जल स्रोतों से भारी मात्रा में पानी नैनी झील (Naini Lake) में पहुंच रहा है। जलस्तर में बढ़ोतरी होने से झील अगस्त माह के निर्धारित उच्च स्तर पर पहुंच गई है। 87.2 फीट जलस्तर पहुंचने पर सिंचाई विभाग (Irrigation Department) ने झील के निकासी गेट दो इंच खोल दिए हैं।
बता दे शहर में बीते एक सप्ताह से वर्षा का क्रम जारी है। वर्षा से झील का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। ब्रिटिशकाल में तय किए मानकों से अधिक जलस्तर पहुंचने पर सिंचाई विभाग ने सुबह आपदा नियंत्रण कक्ष (Disaster Control Room) को झील के निकासी गेट खोलने की सूचना दी। जिसके बाद इंटरनेट मीडिया माध्यमों से झील के निचले क्षेत्र हरिनगर, धोबीघाट, वीरभट्टी क्षेत्रवासियों को भी निकासी गेट खोलने की जानकारी भेजी गई।