Chopra Gaon: uttarakhand के नैनीताल जिले(nainital district) में स्थित चोपड़ा गाँव(chopra gaon) के अस्तित्व पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है जहा वचनढूंगा चट्टानो से लगातार पत्थर गिरने की खबर सामने आ रही है।
Chopra Gaon: उत्तराखंड(uttarakhand) के नैनीताल जिले(nainital district) में स्थित चोपड़ा गाँव(chopra gaon) के अस्तित्व पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है जहा वचनढूंगा चट्टानो से लगातार पत्थर गिरने की खबर सामने आ रही है। लेकिन अब जल्द ही ये खतरा टल सकता है क्योंकि प्रशासन की टीम ने विशषज्ञ अभियंताओं के साथ कल चोपड़ा गांव और वचनढूंगा की पहाड़ी का निरीक्षण कर टूटते चट्टान को साफ कर ग्रामीणों को राहत दिलाने का आश्वासन दिया है।
बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में आई आपदा के बाद से ही चोपड़ा गांव के ग्रामीण वचनढूंगा की चट्टानों के लगातार टूटने के डर में जी रहे है। लेकिन कल एडीएम अशोक जोशी(adm ashok joshi) के साथ भूगर्भ वैज्ञानिक, इंजीनियर और प्रशासनिक अधिकारी चोपड़ा गांव का दौरा करने के लिए पहुंचे। अधिकारियों ने वचनढूंगा की चट्टानों और गांव का निरीक्षण करने के बाद ग्रामीणों को जल्द समस्या से निजात दिलाने का आश्वासन दिया। अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि पहाड़ी का सर्वे कराने के साथ ही जल्द सुरक्षा के उपाय किए जाएंगे।
वही एडीएम अशोक जोशी ने बताया कि इस प्रभावित इलाके के सबसे नीचे पहुंची एक बड़ी चट्टान खिसकने के बाद एक जगह पर रुक गई है। जिससे खतरे की संभावना कम है। उन्होंने बताया कि ऊपर के हिस्से में दो से तीन बड़ी चट्टानें अभी भी खतरा बनी हुई हैं। इन चट्टानों से होने वाले खतरे को रोकने के लिए विभागीय अधिकारियों से कार्रवाई करने को कहा गया है। अशोक जोशी ने बताया कि अन्य खतरनाक चट्टानों को किस तरह से रोका जाए, इसके लिए विभिन्न उपायों को ध्यान में रखते हुए विचार-विमर्श किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि विस्फोटकों के प्रयोग से कमजोर पहाड़ी में खतरा बढ़ने की संभावना है ऐसे में अन्य कोई उपाय अपनाना होगा। भूगर्भ वैज्ञानिक लेखराज ने एक रिपोर्ट तैयार करने के बाद स्थायी समाधान के लिए जल्द से जल्द योजना बनाने की बात कही है। वही नैनीताल के जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल(dm dhiraj singh garbiyal) ने मामले को गंभीरता से लेते हुए चट्टान के निचले हिस्से में तत्काल प्लेटफार्म का काम करने के निर्देश लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दे दिए हैं ताकि चट्टान टूटकर गिरे तो उसके साथ आने वाले मलबे को ऊपर ही रोका जा सके। अब देखना है कि चोपड़ा गांव के निवासियों के घरो पर मंडरा रहा ये खतरा कब तक टल सकता है।