Guldar Terror: आखिरकार पिंजरे में कैद हुआ गुलदार ग्रामीणों ने ली चैन की साँस 

उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले में भीमताल का एक बड़ा क्षेत्र इन दिनों तीन महिलाओं को हिंसक गुलदार के शिकार बनाए जाने के लिए चर्चाओं में है

 Guldar Terror: आखिरकार पिंजरे में कैद हुआ गुलदार ग्रामीणों ने ली चैन की साँस 
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Guldar Terror: उत्तराखण्ड(Uttarakhand) के नैनीताल जिले(Nainital district) में भीमताल का एक बड़ा क्षेत्र इन दिनों तीन महिलाओं को हिंसक गुलदार(Guldar) के शिकार बनाए जाने के लिए चर्चाओं में है। शासन ने गुलदार को नरभक्षी(cannibal) घोषित करते हुए मारने के आदेश दिए थे, जिसके बाद उच्च न्यायालय(high Court) ने खुद संज्ञान लेकर उसे सीधे मारने से मना कर दिया था।


जिसके बाद न्यायालय में नरभक्षी को गुलदार या बाघ चिन्हित कर पाने में असफल होने पर न्यायालय ने पहले उसे चिन्हित कर कब्जे में लेने को कहा था। वन विभाग (Forest department) ने हिंसक वन्यजीव को पकड़ने के लिए 14 पिंजरे और 36 कैमरा ट्रैप लगाए। इसके अलावा कई गश्ती दल(Patrolling group) और ड्रोन कैमरे(drone cameras) से हिंसक वन्यजीव की लोकेशन को तलाशा गया। जहां शुक्रवार शाम तक तमाम कोशिशों के बावजूद विभाग को हिंसक वन्यजीव के पंजे, मल मूत्र, कोई फ़ोटो या अन्य ठोस जानकारी नहीं मिल सकी। लेकिन आज सुबह धारी ब्लॉक(dhari block) के ग्राम दुदली में एक गुलदार पिंजरे में कैद हुआ है। जिसकी सूचना भीमताल के ब्लॉक प्रमुख हरीश सिंह बिष्ट(Bhimtal Block Chief Harish Singh Bisht) ने वन संरक्षण बीजू लाल एवं डीएफओ नैनीताल चंद्रशेखर जोशी(DFO Nainital Chandrashekhar Joshi) को दी। वही पकड़े गए  गुलदार के सैम्पल लेकर इस बात की टेस्टिंग कराई जाएगी कि क्या ये वही हिंसक वन्यजीव है जिसकी विभाग को तलाश है |

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