लगातार हो रही बारिश ने पहाड़ में आफत मचा रखी है. देर शाम बेरीनाग हल्द्वानी मोटर मार्ग सेहराघाट के पास भारी मलबा आ गया, जिससे सड़क बंद हो गई, और पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले सारे मार्ग बंद हो गए हैं. बारिश के कारण पिथौरागढ़ जिले के अक्सर रास्ते भूस्खलन के कारण बंद हो चुके हैं, जिससे इन रूटों पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया है.
पिथौरागढ़. उत्तराखंड में मानसून के आने से पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. भारी बारिश से सबसे ज़्यादा नुकसान की खबर पिथौरागढ़ जिले से आ रही है. जहां भूस्खलन, सड़क पर मलबा और बड़े बोल्डर गिरने से सड़क बंद हो गई है. जिससे वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है और कुछ वाहन बंद रास्तों में फंसे हुए है.
लगातार हो रही बारिश ने पहाड़ में आफत मचा रखी है. देर शाम बेरीनाग हल्द्वानी मोटर मार्ग सेहराघाट के पास भारी मलबा आ गया, जिससे सड़क बंद हो गई, और पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले सारे मार्ग बंद हो गए हैं. बारिश के कारण पिथौरागढ़ जिले के अक्सर रास्ते भूस्खलन के कारण बंद हो चुके हैं, जिससे इन रूटों पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया है.
जहां थल मुनस्यारी मोटर मार्ग बंद है, वहीं चीन सीमा को जोड़ने वाले सभी मोटर मार्ग पर भी यातायात पूरी तरह ठप्प है. पहाड़ी से बड़े बोल्डर और पेड़ के गिरने से पिथौरागढ़ चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग पिछले 6 दिनों से बंद है, जिले में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है. और जिले की करीब 50 सड़कें पूरी तरह बंद है।
प्रशासन की ओर से सड़क से मलबा हटाया जा रहा है. लगातार जेसीबी मशीनों को इस कार्य के लिए लगाया गया है. जो बड़े बोल्डर्स और मलबे को हटा रही है. जिससे जल्द ही आवागमन शुरू किया जा सके.