सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगोलीहाट में एक्सरे की सुविधा नहीं।

उत्तराखंड के गंगोलीहाट के  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगोलीहाट में एक्सरे की सुविधा तक नहीं है।

 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगोलीहाट में एक्सरे की सुविधा नहीं।
JJN News Adverties

उत्तराखंड के गंगोलीहाट के  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगोलीहाट में एक्सरे की सुविधा तक नहीं है। तकनीशियन नहीं होने से मरीजों को एक्सरे के लिए भी 80 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ जाना पड़ रहा है। इससे मरीजों के साथ ही तीमारदारों को भी परेशानी उठानी पड़ती है।  गंगोलीहाट विकासखंड की 30 हजार से अधिक की आबादी इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर निर्भर है, लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं हैं। प्रतिदिन सीएचसी में 120 से 200 तक मरीज आते हैं, मगर यहां जांच की सुविधा नहीं है। फिजीशियन, रेडियोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट और बाल रोग विशेषज्ञ नहीं हैं। अस्पताल में एक्सरे मशीन है, लेकिन तकनीशियन नहीं है। दिसंबर 2016 में एक्स-रे तकनीशियन के सेवानिवृत्त होने के बाद से एक्सरे नहीं हो पा रहे हैं। मामूली चोट में एक्सरे के लिए जिला मुख्यालय जाना पड़ता है।वही गंभीर मरीजों को इलाज के लिए अल्मोड़ा या हल्द्वानी जाना पड़ता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगोलीहाट में मरीजों की सुविधा के लिए अल्ट्रासाउंड मशीन रखी गई है। यहां संयुक्त मजिस्ट्रेट रहे डॉ.सौरभ गहरवार ने स्वास्थ्य विभाग से अनुमति मिलने पर गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाउंड किए थे। उन्होंने पिथौरागढ़ में मुख्य विकास अधिकारी बनने के बाद भी यहां आकर अल्ट्रासाउंड कर मरीजों को सुविधा उपलब्ध कराई। इससे बेड़ीनाग विकासखंड की महिलाओं को भी सुविधा मिल रही थी। उनके स्थानांतरण के बाद से अल्ट्रासाउंड कक्ष में ताला लग गया है। अब गर्भवती महिलाओं को जिला मुख्यालय जाना पड़ रहा है।

JJN News Adverties
JJN News Adverties