1 जुलाई से चमोली उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिले के लोगों के लिए चार धाम यात्रा शुरू कर दी जाएगी, वहीं 11 जुलाई से प्रदेश भर के लोगों के लिए भी दर्शन की अनुमति दे दी जाएगी. हालांकि कोरोना महामारी के चलते इस बार भी चारधाम यात्रा सीमित संख्या में ही संचालित की जाएगी, ताकि कोविड के नियमों का उल्लंघन न हो.
चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खबर आ रही है, क्योंकि श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा पर जाने की अनुमति दे दी गई है, जिसके बाद श्रद्धालु कोविड नियमों का पालन करते हुए दर्शन कर सकेंगे। चारधाम दर्शन की अनुमति के बाद पर्यटन विभाग की ओर से यात्रा के लिए SOP तैयार की जा रही है.
जहां 1 जुलाई से चमोली उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिले के लोगों के लिए चार धाम यात्रा शुरू कर दी जाएगी, वहीं 11 जुलाई से प्रदेश भर के लोगों के लिए भी दर्शन की अनुमति दे दी जाएगी. हालांकि कोरोना महामारी के चलते इस बार भी चारधाम यात्रा सीमित संख्या में ही संचालित की जाएगी, ताकि कोविड के नियमों का उल्लंघन न हो.
देवस्थानम बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन ने कहा कि अभी कोरोना संक्रमण का खतरा कम नहीं हुआ है, इसलिए इस बार भी सीमित संख्या में चार धामों में श्रद्धालुओं के दर्शन की अनुमति का प्रस्ताव दिया गया है.
बता दें कोरोना संक्रमण के चलते देवस्थानम बोर्ड ने चार धामों में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए संख्या को सीमित किया था, जिसमें बद्रीनाथ धाम में 1200, केदारनाथ धाम में 800, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री धाम में 800 लोगों को 1 दिन में दर्शन करने की अनुमति दी गई थी, इसी के चलते इस साल भी संख्या को सीमित किया गया है, ताकि कोरोना के नियमों का उल्लंघन न हो।