विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा अब अपने अंतिम चरण में पहुँच चुकी है। सोमवार को माँ गंगोत्री के कपाट बंद होने के बाद मंगलवार को माँ यमनोत्री और बाबा केदारनाथ के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए।
देवभूमि उत्तराखंड: विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा (World famous Chardham Yatra) अब अपने अंतिम चरण में पहुँच चुकी है। सोमवार को माँ गंगोत्री के कपाट बंद होने के बाद मंगलवार को माँ यमनोत्री और बाबा केदारनाथ के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए।
इस बार की चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में अच्छी बढ़ोतरी देखी गई। मानसून और मौसम की अनिश्चितताओं के बावजूद लाखों भक्तों ने अपनी आस्था के अनुसार यात्रा पूरी की। यात्रा के दौरान सड़क मार्गों, हेलीपैड और धामों पर सुरक्षा व सुविधाओं का पर्याप्त इंतजाम किया गया था।
यात्रियों ने बताया कि इस बार चारधाम यात्रा में सुविधाएं बेहतर और व्यवस्थाएं सुचारू रही, जिससे यात्रा सुरक्षित और आनंदायक रही। स्थानीय प्रशासन और पर्यटन विभाग ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया।
शीतकालीन बंदी के दौरान धामों में केवल नियमित पूजा-अर्चना और रूटीन व्यवस्थाएं जारी रहेंगी। चारधाम यात्रा के बंद होने के साथ ही पर्वतीय क्षेत्र में शीतकालीन तैयारियां शुरू हो जाएंगी।