देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर केदारनाथ में तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने भारी बारिश के बावजूद अपना शीर्षासन विरोध जारी रखा
रुद्रप्रयाग. देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर केदारनाथ में तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने भारी बारिश के बावजूद अपना शीर्षासन विरोध जारी रखा। उनके साथ अन्य तीर्थ पुरोहित ने उपवास रखते हुए सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया। तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी केदारनाथ में सात दिनों तक शीर्षासन में विरोध करेंगे।
बता दें कि देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहित केदारनाथ धाम में हर दिन उपवास करके विरोध जता रहे हैं. और गत 15 जून से तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी ने सरकार के खिलाफ अपना शीर्षासन विरोध भी शुरू किया है। यह विरोध एक सप्ताह तक जारी रहेगा। शुक्रवार को आचार्य संतोष त्रिवेदी ने भारी बारिश और ठंड के बावजूद अर्धनग्न होकर शीर्षासन विरोध किया।
वे हर दिन आधा घंटे सुबह, दिन और सांय के समय शीर्षासन करके सरकार से देवस्थानम् बोर्ड को भंग करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार का देवस्थानम बोर्ड को गठन करने का सबसे गलत निर्णय रहा है। उनका ये निर्णय उन्हें बहुत भारी पड़ेगा। देवस्थानम बोर्ड के विरोध में चारधामों के तीर्थ पुरोहित सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़े हुए हैं. बावजूद इसके बोर्ड को भंग नहीं किया जा रहा है।
बोर्ड के गठन से तीर्थ पुरोहितों और हक-हकूकधारियों के हकों को छिनने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे किसी भी किमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। सात दिनों के शीर्षासन विरोध के बाद आगे की रणनीति तय की जायेगी। वहीं दूसरी ओर केदारनाथ में अन्य तीर्थ पुरोहितों ने देवस्थानम् बोर्ड के विरोध में उपवास जारी रखा। उन्होंने कहा कि जब कि सरकार बोर्ड को भंग नहीं करती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।