पपड़ियाणा गांव निवासी और चिपको आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले पर्यावरणविद् मुरारी लाल का निधन हो गया है। पिछले तीन दिनों से सांस लेने में तकलीफ होने के कारण वे एम्स ऋषिकेश में भर्ती थे
पपड़ियाणा गांव निवासी और चिपको आंदोलन (Chipko movement) में अग्रणी भूमिका निभाने वाले पर्यावरणविद् मुरारी लाल (Environmentalist Murari Lal) का निधन हो गया है। पिछले तीन दिनों से सांस लेने में तकलीफ होने के कारण वे एम्स ऋषिकेश (AIIMS Rishikesh) में भर्ती थे। इलाज के दौरान शुक्रवार सुबह करीब चार बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। शनिवार को सुबह अलकनंदा के किनारे पैतृक घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
स्वर्गीय मुरारी लाल का पूरा जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित रहा।निधन के कुछ दिन पहले भी वे सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रहे। चिपको आंदोलन के प्रणेता चंडी प्रसाद भट्ट (Chandi Prasad Bhatt), सीपीबी पर्यावरण एवं विकास केंद्र के प्रबंध न्यासी ओम प्रकाश भट्ट, मंगला कोठियाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट(BJP State President Mahendra Bhatt), नंदा देवी महिला लोक विकास समिति की अध्यक्ष डॉ. किरन पुरोहित के साथ ही कई लोगों ने उनके निधन पर शोक जताया।