इस वर्षाकाल में सक्रिय रहे 52 बड़े भूस्खलन क्षेत्रों का होगा अध्ययन, लागू होंगे रोकथाम के उपाय

इस वर्षाकाल में उत्तराखंड में भूस्खलन की घटनाओं ने राज्य को झकझोर कर रख दिया। 52 बड़े भूस्खलन क्षेत्रों की पहचान की गई है जिनका अध्ययन यूएलएमएमसी द्वारा किया जाएगा।

 इस वर्षाकाल में सक्रिय रहे 52 बड़े भूस्खलन क्षेत्रों का होगा अध्ययन, लागू होंगे रोकथाम के उपाय
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Uttarakhand News: आपदा (Disaster) की दृष्टि से संवेदनशील उत्तराखंड में इस वर्षाकाल में भी जगह-जगह भूस्खलन ने नींद उड़ाए रखी। इनमें सक्रिय रहे 52 बड़े भूस्खलन क्षेत्रों का सरकार अध्ययन कराने जा रही है। इन स्थानों पर बीती 31 मई से 16 सितंबर के मध्य भूस्खलन हुआ।

यूएलएमएमसी (उत्तराखंड लैंडस्लाइड मिटिगेशन एंड मैनेजमेंट सेंटर) के विशेषज्ञ आने वाले दिनों में इनका अध्ययन करेंगे। उनकी रिपोर्ट के आधार पर इन क्षेत्रों में भूस्खलन की रोकथाम को उपचारात्मक कार्य प्रारंभ किए जाएंगे।

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