उत्तराखंड में ठंड अपने तेवर दिखाने लगी है. ऊंचे पहाड़ों में कई जगह प्राकृतिक स्रोत जम गए हैं. कुमाऊंभर में शीतलहर का प्रकोप जारी है. तराई-भाबर में कोहरे के साथ ही शीतलहर चलने से जनजीवन ठहर सा गया है.
उत्तराखंड में ठंड अपने तेवर दिखाने लगी है. ऊंचे पहाड़ों में कई जगह प्राकृतिक स्रोत जम गए हैं. कुमाऊंभर में शीतलहर का प्रकोप जारी है. तराई-भाबर में कोहरे के साथ ही शीतलहर चलने से जनजीवन ठहर सा गया है. दिसंबर की रातें अब लम्बी होने के साथ साथ सर्द भी होने लगी है. प्रदेश के अक्सर जिलों में न्यूनतम तापमान दस डिग्री से नीचे गिरकर तीन डिग्री तक पहुंच गया है. वहीं पिछले दो दिन से अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री नीचे गिरकर 17 डिग्री पर पहुंच गया है.
मौसम विज्ञानिको ने उत्तराखंड में तीन दिन शीतलहर की चेतावनी जारी की है, अगले दो दिन उत्तराखंड में शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है. मैदान से लेकर पहाड़ पर पिछले दो दिनों से भीषण ठंड पड़ रही है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अगले 24 घंटे के भीतर दिन का तापमान बढ़ने से देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, हल्द्वानी, रुड़की जैसे मैदानी शहरों के अलावा गांवों में ठंडक कम होने के आसार हैं.
हालांकि ऊधमसिंहनगर जिले में शीतलहर की स्थिति बने रहने की संभावना है। हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर जैसे जिलों में अगले चौबीस घंटे में घना कोहरा छाया रहेगा। साथ ही राज्य के पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर पाला पड़ने की भी संभावना है। इससे फसलों के नुकसान हो सकता है.