उत्तराखंड की सितारगंज विधानसभा में पिछले 10 सालों से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व विधायक नारायण पाल को इस बार कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया जिसके चलते उन्होंने कांग्रेस छोड़ बहुजन समाज पार्टी में
उत्तराखंड की सितारगंज विधानसभा में पिछले 10 सालों से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व विधायक नारायण पाल को इस बार कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया जिसके चलते उन्होंने कांग्रेस छोड़ बहुजन समाज पार्टी में शामिल होने का फैसला कर लिया।
इसी क्रम में उन्होंने बहुजन समाज पार्टी की सदस्य्ता लेली है। बसपा सुपरिमों मायावती के प्रदेश प्रभारी की मौजूदगी में नारायण पाल बसपा में शामिल हुए।
इस दौरान सितारगंज के पाल कॉलेज में उनके साथ उनके सैकड़ों समर्थकों ने भी बसपा में शामिल होने का फैसला किया। नारायण पाल ने बसपा के झंडे तले सितारगंज विधानसभा से अपना नामांकन भर दिया है।
इस दौरान नारायण पाल ने कांग्रेस पर कई गम्भीर आरोप भी लगाए। उनका कहना था कि 10 साल से किये गए वादे से कांग्रेस मुकर गई। पिछले चुनाव में भी उन्होंने टिकट का वादा किया लेकिन मालती विस्वास को टिकट दे दिया जिसके बाद उन्होंने पूरी ईमानदारी से उन्हें चुनाव लड़ाया।
कांग्रेस ने उनसे 2022 विधानसभा चुनाव में टिकट देने का वादा किया था और उन्होंने इस दौरान लगातार छेत्र में रहकर जनता की सेवा की लेकिन इस बार भी उनको सिर्फ़ धोखा ही मिला। अब वे बसपा से चुनाव लड़ जीत की उम्मीद लगाए हुए है।