उत्तराखंड के युवा इन दिनों हर क्षेत्र में नाम कमा रहे है| जिससे देवभूमि का नाम भी दुनिया भर में रोशन हो रहा है
Latest Uttarakhand News : उत्तरकाशी के अंशुल ने रचा इतिहास : उत्तराखंड के युवा इन दिनों हर क्षेत्र में नाम कमा रहे है| जिससे देवभूमि का नाम भी दुनिया भर में रोशन हो रहा है| युवाओं की इन बड़ी उपलिब्धयों के बाद अब ये कहने में संकोच नहीं होगा की पहाड़ और प्रतिभा एक ही सिक्के के दो पहलू है| इसी कड़ी में देवभूमि के नाम एक और कीर्तिमान जुड़ गया है| आपको बता दे की उत्तरकाशी के अंशुल ने अमेरिका में आयोजित मिक्स्ड मार्शल आर्ट में नया कीर्तिमान बनाया है। साथ ही वो ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय बन गए है जानकारी के मुताबिक अंशुल उत्तरकाशी जिले के भटवाड़ी गांव के रहने वाले है| वही सोमवार को अमेरिका में आयोजित MMA प्रतियोगिता में अंशुल ने इंडोनेशिया के जेका सारागिह को धूल चटा दी।बताया जा रहा है की उन्होंने दो राउंड के अंदर ही अपने प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी को पटकनी दे दी| जिसके बाद तकनीकी नॉकआउट के चलते अंशुल जुबली को Judges की ओर से विजेता घोषित कर दिया गया।
इस बड़ी जीत के बाद अंशुल ने बताया कि मिक्स्ड मार्शल आर्ट सभी कॅाम्बैट स्पोर्टस का मिक्स है। लेकिन भारत में MMA ज्यादा लोकप्रिय नहीं है। उन्होंने बताया कि MMA की फाइट असल में लड़ी जाती है| और इस फाइट के नियमों की बात करें तो यह लड़ाई एक केज के अंदर लड़ी जाती है जो कि एक ऑक्टागन शेप की रिंग जैसी होती है। साथ ही इस मौके पर अंशुल जुबली ने कहा कि यह जीत उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है|, जिसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की थी ।जिसके चलते उन्होंने मुकाबले में अपना दबदबा बनाया है। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य है कि वह दुनिया में मिक्स्ड मार्शल आर्ट में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनें।
वही इससे पहले 2017 में भारत के भरत खंडारे का भी MMA में चयन हुआ था लेकिन दुर्भाग्यवश वो मैच हार गया था। जिसके बाद अंशुल जुबली MMA फाइट में जीत हासिल करने वाले भारत के पहले खिलाड़ी बन गए है |
वहीं दूसरी ओर देवभूमि की बेटियाँ भी किसी से कम नहीं है| आपको बता दे कि उत्तरखंड के चमोली में रहने वाली ज्योति बिष्ट का चयन जर्मनी की एक प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में हुआ है। जहां से वो PHD की पढ़ाई करेंगी। वही इस उपलब्धि पर उनके पूरे परिवार में खुशी का माहौल है।
वही बात करे ज्योति की शिक्षा के बारे में तो उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा देवाल से की है। जिसके बाद उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने गढ़वाल विश्वविद्यालय में दाखिला लिया जहां से उन्होंने Graduation की डिग्री प्राप्त की है।वहीं इस समय वो दिल्ली की नेशनल फिजिकल लेबोरेट्री से शोध कार्य कर रही हैं। बता दे कि अपनी कड़ी मेहनत के चलते ज्योति का चयन जर्मनी की प्रतिष्ठित फ्रेडरिक शिलर यूनिवर्सटी में PHD के लिए हुआ है।जिसके बाद से परिवार में खुशी का माहौल है |