उत्तरकाशी के धराली में सैलाब से प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज हो गया है | सेना,आइटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें बचाव में जुटी है
उत्तरकाशी के धराली (Dharali) में सैलाब से प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज हो गया है | सेना,आइटीबीपी,एनडीआरएफ,एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें बचाव में जुटी हैं | हर्षिल, गंगोत्री और झाला से 238 लोगों को एयरलिफ्ट (Airlift) किया गया है। गंगोत्री हाईवे छोटे वाहनों के लिए खुल गया है और लिमचा गाड में बेली ब्रिज (Bailey Bridge) बनाने की तैयारी है |
मौसम के साथ देने से यहां-वहां फंसे राहत और बचाव दल भी आपदा प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गए हैं। चिनूक और अन्य हेलीकाप्टर ने भी मोर्चा संभाल लिया है। इनकी मदद से धराली, हर्षिल,गंगोत्री और झाला में फंसे स्थानीय लोगों और तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा रहा है।अब तक 238 लोगों को सकुशल निकाले जाने की सूचना है।सेना के नौ जवानों सहित 19 लोग लापता हैं हालांकि स्थानीय लोग 100 से अधिक लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जता रहे हैं | मुख्यमंत्री धामी (Chief Minister Dhami) उत्तरकाशी में डटे हुए हैं और आपदा प्रभावित क्षेत्र में राहत और बचाव कार्य का पल-पल अपडेट ले रहे हैं। दोपहर में मुख्यमंत्री ने पौड़ी के पाबौ पहुंचकर वहां भी आपदा प्रभावितों का हाल-चाल लिया और फिर उत्तरकाशी (Uttarkashi) आकर मोर्चा संभाला |