भारतीय वायुसेना की ओर से सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे पर एक से 10 अप्रैल तक रात-दिन का अभ्यास किया जा रहा है।
Echonao Sky from Antonio's Gargana in Uttarakhand:-भारतीय वायुसेना की ओर से सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे(Chinyalisaur Airport)पर एक से 10 अप्रैल तक रात-दिन का अभ्यास किया जा रहा है। और देहरादून के आसमान में लगातार दूसरे दिन भी वायु सेवा के विमानों की आवाजाही से आसमान थर्रा गया। वायु सेवा के चार इंजन वाले कुल तीन आईएल 76 विमान भारी गर्जना के साथ जौलीग्रांट(jollygrant) के आसमान से होते हुए मसूरी की तरफ आगे बढ़े। जिसमे कुछ विमान जौलीग्रांट से उत्तरकाशी होते हुए हिमाचल की सीमा में दाखिल हुए। वहीं कुछ विमान देहरादून की वायु सीमा से वापस होकर लौटे।
आपको बता दे भारतीय वायुसेना (Indian Air Force)इन दिनों विमान द्वारा अभ्यास कर रही है। जिस कारण वायु सेवा के कई तरह के विमान दून के आसमान से आगे बढ़ रहे हैं। बता दे ये सभी विमान 30 से 40 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरते हुए आगे बढ़ रहे हैं। और आज भी सुबह पौने छह बजे एक सी 30जे विमान जौलीग्रांट के आसमान से होता हुआ वापस लौटा।
वही, बुधवार को भी देहरादून (Dehradun)के आसमान में विमान सुबह से लेकर शाम तक भारी गर्जना के साथ कई बार चक्कर काटता रहा। चार इंजन वाला एयरफोर्स का आईएल 76 मालवाहक विमान 29 हजार फिट से अधिक की ऊंचाई पर 400 केटीएस की स्पीड से उड़ रहा था।