शहर में मस्जिद के खिलाफ एक समुदाय के धार्मिक संगठन की जनाक्रोश रैली को हल्के में लेना प्रशासन के लिए भारी पड़ा। यहां लाठीचार्ज शुरू होने के बाद डीएम और एसपी पहुंचे।
Mosque Dispute: शहर में मस्जिद(Mosque) के खिलाफ एक समुदाय के धार्मिक संगठन(religious organization) की जनाक्रोश रैली(public anger rally) को हल्के में लेना प्रशासन के लिए भारी पड़ा। यहां लाठीचार्ज शुरू होने के बाद डीएम और एसपी पहुंचे। जबकि प्रदर्शनकारी डीएम और एसपी से मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। उनका कहना है कि यदि उन्हें आगे नहीं जाने दिया जा रहा है तो डीएम और एसपी आएं, उनसे बात करेंगे। इसके बावजूद अधिकारी नहीं पहुंचे।
जिला मुख्यालय में मस्जिद को लेकर जनाक्रोश रैली पहले से तय थी। भीड़ के उग्र होने की भी आशंका जताई जा रही थी। बृहस्पतिवार को रैली में शामिल लोगों को एक जगह करीब ढाई घंटे तक रोकने से भीड़ उग्र होती चली गई।जबकि इससे पूर्व तक प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग(barricading) के आगे ही ओम नम: शिवाय का जाप कर धरना दे रहे थे। उन्होंने पुलिस व जिला प्रशासन से उन्हें शांतिपूर्वक कंडार देवता मंदिर मार्ग से जाने देने का अनुरोध किया। लेकिन प्रशासन ने यह कहकर उनकी बात को मानने से इंकार कर दिया कि रैली के अनुमति पत्र पर पहले से रूट तय है। आगे निषेधाज्ञा लागू होने की भी बात कही गई।