रेस्क्यू का आज 15वां दिन है। हैदराबाद से प्लाज्मा कटर लाया गया है। इसके साथ ही बीएसएनएल ने भी फंसे मजदूरों तक लैंडलाइन की सुविधा दे दी है।
Uttarakhand: दिवाली(diwali) के दिन से उत्तरकाशी(uttarkashi) की निर्माणाधीन सुरंग में कैद 41 श्रमिक बाहर निकले की उम्मीद लगाए हैं। उन्हें बाहर निकालने की पूरी कोशिशें हो रही हैं लेकिन हर बार मशीन के आगे बाधा आ रही है। रेस्क्यू का आज 15वां दिन है। हैदराबाद से प्लाज्मा कटर लाया गया है। इसके साथ ही बीएसएनएल ने भी फंसे मजदूरों तक लैंडलाइन की सुविधा दे दी है।
उत्तरकाशी में जारी रेस्क्यू अभियान में अब बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग(weather department) ने अगले तीन दिनों के लिए येलो अलर्ट(yellow alert) जारी किया है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग व पिथौरागढ़(Uttarkashi, Chamoli, Rudraprayag and Pithoragarh) समेत कई ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। ऐसे में सिलक्यारा टनल(Silkyara Tunnel) में चल रहे राहत कार्यों पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी(CM Pushkar Singh Dhami) ने कहा कि हैदराबाद(hyderabad) से लाई गई प्लाज़्मा मशीन(plazma machine) ने सुबह से काम करना शुरू कर दिया है। तेजी से कटाई चल रही है। 14 मीटर और कटना बाकी है। बरमा मशीन(auger machine) को काटकर बाहर लाना है। ऐसा लगता है कि यह जल्द ही पूरा हो जाएगा। कुछ ही घंटों में। उसके बाद मैनुअल ड्रिलिंग शुरू हो जाएगी।