हल्द्वानी – आज स्वामी विवेकानंद की 158 वी जयंती है। स्वामी विवेकानंद देश के तमाम युवाओ क लिए प्रेणा का स्रोत है यही कारण है कि 1984 मे भारत सरकार ने इस दिन को “भारतीय युवा दिवस ” के तौर पर मनाने का निर्णय लिया। स्वामी जी के बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्ता था । उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता क बंगाली परिवार मे हुआ था । स्वामी जी ने पूरे संसार को धर्म ,वेद,योग आदि का पाठ पड़ाया और विदेशों मे भारतीय संस्कृति का लोहा मनवाया ।

उन्होंने देश विदेश मे बहुत से भाषण दिए जिनमे सबसे प्रसिद्ध भाषण शिकागो मे 11 सितंबर 1893 को आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन मे दिया । विवेकानंद नाम उन्हे खेतड़ी के महाराजा अजीत सिंह ने दिया था। स्वामी विवेकानंद के जीवन मे उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस का बहुत बड़ा प्रभाव रहा।
स्वामी जी हमेशा लोगों से उनके भगवान और धर्म पर उनके विचारों को पूछते,लेकिन किसी भी व्यक्ति का जवाब उन्हे संतुष्ट नहीं कर पाता था ,उन्हे अपने प्रश्न का जवाब रामकृष्ण परमहंस से मिला और यही से उनकी ज़िंदगी मे बहुत बड़ा बदलाव आया, तबसे ही उन्होंने रामकृष्ण परमहंस जी को अपना गुरु मान लिया।

उन्होंने बहुत सी उम्दा किताबें भी लिखी जेसे “कर्मयोग “, “राजयोग”, “वेदांतशास्त्र “,भक्तियोग”,”कोलंबो से अलमोरा तक के भाषण ” आदि जिन्हे पढ़कर आप उनके विषय मे सबकुछ जान सकते है । स्वामी जी हमे मानवता ,डर से भागने की बजाए उसका सामना करना, दूसरों क पीछे भागने की बजाए अपनी मंजिल खुद बनाना, सादा जीवन जीना, जीवन मे जिज्ञासा अवश्य होना,एकता के संरक्षण के लिए काम करना और सबसे अधिक महतवपूर्ण अपनी संस्कृति और उसके सिद्धांतों का आदर करना आदि सिखाते है ।
ये वो सिद्धांत है जिन्हे अगर आज का युवा अपने जीवन मे उतार ले तो अपने साथ साथ देश और समाज का भी उद्धार करदे और यही कारण है की वो युवाओं क लिए एक आदर्श भी है ।
हल्द्वानी के युवा भी विवेकानंद जी से काफी प्रेरित है इसी तहत आज स्वामी विवेकानंद की जयंती पर abvp के छात्रों ने mbpg कॉलेज से लेकर sdm court तक बाइक रेली निकाली । इस रेली मे लगभग 100 से 150 मोटरसाइकिल सवार शामिल थे।लेकिन विवेकानंद को अपना आदर्श मानने वाले इन युवाओं ने इस रेली मे जमकर सड़क कानूनों और कोरोना के नियमों को तोड़ा । ज्यादातर मोटरसाइकिल सवार हैल्मैट पहने नहीं दिखाई दिए साथ ही सामाजिक दूरी की बात तो छोड़ ही दीजिए किसी ने मास्क तक भी नहीं पहने हुए थे।
हैरानी की बात तो ये है की रेली पुलिस प्रशासन की निगरानी मे ही निकाली गई। इस दौरान कई छात्र तो मोटरसाइकिल पर स्टन्ट करते हुए भी नजर आए।
इस रेली की वजह से शहर मे जाम लग गया और आम लोगों को काफी दिकतों का सामना करना पड़ा । इस प्रकरण ने पुलिस प्रशासन को भी कटघरे मे खड़ा कर दिया है।