विधान सभा चुनाव नज़दीक आते ही सभी राजनीतक पार्टियों की सरगर्मियां तेज़ हो गई हैं. सभी राजनितिक दल अपनी पूरी ताकत फूंकने में लगे हुए हैं. इसी के चलते आप पार्टी ने भी उत्तराखंड की 70 विधानसभाओं में चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. जिसके बाद आम आदमी पार्टी पूरी शिद्दत के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए जद्दोजहद कर रही है. रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी माने जाने वाले पूर्व राज्यमंत्री अतुल जोशी ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया हैं.

कांग्रेस के सक्रीय कार्यकर्ता और पूर्व राज्यमंत्री अतुल जोशी ने दिल्ली पहुँच कर मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से मुलाकत की है. इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल भी मौजोद रहे. उन्होंने बताया कि मुलाकात के दौरान उत्तराखंड के मुद्दों पर बातचीत हुई. आप की सदस्यता ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा कि जिस उत्तराखंड राज्य की कल्पना आंदोलनकारियों ने की थी. उसे आम आदमी पार्टी के विकास मॉडल से पूरा किया जा सकता है.
पूर्व राज्यमंत्री अतुल जोशी कांग्रेस के सक्रीय कार्यकर्ता के रूप में लगातार कार्य कर रहे थे. लेकिन अचानक पार्टी छोड़ने के फैसले से कांग्रेस के दिग्गज नेता भी हैरान हैं. बताया जा रहा है कि लंबे समय से अतुल जोशी को पार्टी में दरनिकार किया जा रहा था. इस भेदभाव पूर्ण रवैये के कारण वो नाराज़ चल रहे थे. रविवार को वीडियो जारी करते हुए कहा कि, उन्होंने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. और साथ ही आम आदमी पार्टी के विकास मॉडल की भी तारीफ की है.

अतुल जोशी पिछले 25 सालों से सक्रीय राजनीती का हिस्सा रहे हैं. उन्होंने पहली बार राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत से छात्र संघ (1995-96) में उपाध्यक्ष पद जीत हासिल की थी. उसके बाद उत्तराखंड राज्य आन्दोलन में सक्रीय भूमिका निभाई थी, जिसमें उन्होंने 1994 से लेकर आखिर तक आंदोलन में हिस्सा लिया। साल 2005 में राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि की ज़िम्मेदारी भी संभाली। टीएसी, भारत संचार निगम लिमिटेड 2005 से 2007 जिला प्रभारी अल्मोड़ा, प्रदेश कांग्रेस 2006 और वर्ष 2009 में सांसद हरीश रावत के प्रतिनिधि रहे. निदेशक आपदा प्रबन्धन उच्च स्तरीय समिति 2016 में प्रदेश प्रवक्ता की ज़िम्मेदारी संभाली है.