राष्ट्रीय मिशन एजेंसी से जुड़े लोगों ने जानकारी दी है। कोविड के चलते आदित्य L-1 मिशन को शुरू करने में देरी के कारण, ISRO का सोलर मिशन दिसम्बर 2021के अंत में पहले सोलर मिशन को लॉन्च किया जा सकता है। इसरो (ISRO) स्पेस रिसर्च सेंटर द्वारा लॉन्च होने वाले मिशन में सूर्य के वायुमंडल में अध्ययन के लिए पृथ्वी से 1.5 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर उपग्रह भेजे जाएंगे। जिसमें उपग्रह को सूर्य और पृथ्वी के बीच L1 या लाग्रंगियन बिंदु पर भेजा जाएगा। ये बिंदु अंतरिक्ष में पार्किंग स्पॉट की तरह हैं। इस बिंदु से पृथ्वी और सूर्य के बीच सौर सतह का साफ व्यू मिलता है। इसका अवलोकन उपग्रह में अधिक ईंधन जलाए बिना कर सकते हैं। इसके ऊपर अनियमित परत को क्रोमोस्फीयर कहा जाता है। यह कोरोना नामक प्लाज्मा की परत, जो हजारों किलोमीटर दूर तक फैली हुई है। इस सोलर मिशन के अलावा दूसरा मानवरहित गगनयान मिशन है। जिसे साल के अंत तक लॉन्च किया जा सकता है।