हल्द्वानी. कोतवाल को हटाए जाने का प्रकरण थमने का नाम नहीं ले रहा है. जहां भाजपा समर्थित पार्षद और मेयर इसे अपनी जीत बता रहे हैं. तो वहीं विपक्ष इसे सत्ता की हनक का खिताब दे रहा है। इस सिलसिले में नगर निगम हल्द्वानी के नेता प्रतिपक्ष नरेंद्रजीत सिंह रोडू की अध्यक्षता में समस्त विपक्षी पार्षदों ने एक बैठक का आयोजन किया। जिसमें 8 फरवरी को मेयर द्वारा कोतवाल को हटाए जाने का विरोध प्रकट किया।
बैठक गुरुवार को नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र सिंह रोडू के नेतृत्व में समस्त कांग्रेसी पार्षदों ने एसपी सिटी डॉ जगदीश चंद्र के माध्यम से मुख्यमंत्री रावत को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने कहा कि पार्षद द्वारा बिरयानी के रेस्टोरेंट में तोड़फोड़ की गई थी। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उक्त पार्षद को गिरफ्तार किया था।

लेकिन भाजपा पार्षद होने के कारण हल्द्वानी मेयर डॉ. जोगेंद्र रौतेला ने कोतवाली में 10 घंटे धरना दिया। और पार्षद को कोतवाली से जमानत भी दिलाई। साथ ही कोतवाल को बर्खास्त करने की भी मांग की थी। जिस पर एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी ने कोतवाल को 5 दिन के लिए एसएसपी कार्यालय से अटेच कर दिया।
कोतवाल को हटाए जाने के बाद से नगर के लोगों में दहशत का माहौल है. सभी पार्षदों ने एक स्वर में कहा कि मुख्यमंत्री इस घटना का तत्काल संज्ञान लें और कानून व्यवस्था को सत्ता के दबाव से मुक्त कराएं और शहर के वातावरण को खराब होने से बचाएं।

इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष पार्षद नरेंद्रजीत रोडू, पार्षद फाईम ज़ेबा सलमानी, पार्षद ज़ेबा वारसी, इमरान खान, हेमंत कुमार शर्मा, रवि जोशी, चम्पा देवी, गीता बलूटिया, राधा आर्य, कुबारा बेगम, रोहित कुमार, शकील अंसारी, तरन्नुम विद्या देवी, मो गुफरान आदि पार्षदगण शामिल थे।