हल्द्वानी. कोतवाल को हटाए जाने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. सियासत के गलियारे में इसकी चिंगारी खत्म नहीं हो रही है. बुधवार को इस सिलसिले में नेता प्रतिपक्ष ने एक बार फिर मेयर जोगिंदर पाल रौतेला पर निशाना साधा है. उन्होंने साफ कहा कि इस मामले में वह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात करेंगी। कि सत्ता के नशे में उनका मेयर एक कोतवाल को हटाने के लिए 10 घंटे कोतवाली में धरना देता है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस संदर्भ में उन्होंने डीजीपी से भी बात की है. और साफ़ शब्दों में इस घटना की आलोचना और निंदा की है. उन्होंने कहा मुख्यमंत्री उत्तरकाशी से लौटेंगे तो इस विषय पर बात की जाएगी। सत्ता पक्ष का कोई नुमाइंदा इस तरह कि हरकत दिखाकर कोतवाल को हटाता है ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है. उन्होंने कहा वह स्वयं इतने लंबे समय तक सरकार में रही है. और विधायक के पद पर भी रही है. लेकिन कभी अपने पद का इस तरह से दुरुपयोग नहीं किया है.

नेता प्रतिपक्ष ने कोतवाल को हटाए जाने की निंदा करते हुए कहा की मेयर की हड़धर्मी की वजह से एसएसपी को मजबूरन एसपी कार्यालय से अटैच करना पड़ा है. उन्होंने कहा कि इस विषय में वह मुख्यमंत्री से बात करेंगे और सारे मामले से अवगत कराएंगी.
आपदा अलर्ट तंत्र अपग्रेड करने की ज़रूरत
चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से आई आपदा पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस घड़ी में विपक्ष सरकार के साथ खड़ा हुआ है. राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं. और मृतकों के परिजनों और क्षतिग्रस्त लोगों की हर संभव मदद की जा रही है. नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश ने कहा कि यह भीषण आपदा है. इसमें कई लोगों की जान चली गई हैं. और अभी भी लंबे टनल में काफी लोग फंसे हुए हैं. सरकार द्वारा भी लगातार राहत कार्य किये जा रहे हैं.
उन्होंने कहा उत्तराखंड प्राकृतिक आपदा का क्षेत्र है, हमें अपना अलर्ट तंत्र अपग्रेड करने की जरूरत है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री से भी बात की है. और उनसे आग्रह किया है कि राज्य में आपदा अलेर्ट तंत्र को मज़बूत किया जाए.