हल्द्वानी. रामपुर रोड निवासी पीयूष वर्मा फोर्ब्स इंडिया 30 अंडर 30 में चयनित हुए हैं। फोर्ब्स इंडिया 30 अंडर 30 में हर साल भारत के 30 साल से कम उम्र के 30 प्रतिभाशाली लोग चुने जाते हैं।
पीयूष वर्मा ने 2020 में मानुष लैब्स की स्थापना की थी. जो त्वरक प्रभाव निवेशकों के एक नेटवर्क के साथ काम करता है, और उद्योग के नेताओं और मालिकों को सामाजिक स्टार्टअप का समर्थन करने के लिए बनाया गया है. जो कि स्केलेबल समाधान खोजने के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं।

पीयूष अपनी कंपनी मानुष लैक्स के माध्यम से भारत के दूर दराज के इलाकों से नवीन आविष्कारकों, बिजनेसमैन, इन्वेंसटर्स और प्रोफेसरों को एक प्लेटफार्म पर लेकर आ रहे हैं। पियूष कहते हैं कि भारत जबरदस्त सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है. और सामाजिक नवाचार की भूमिका पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। वो नए अविष्कारों और उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए योगदान दे रहे हैं.
पीयूष ने एमआईटी (मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी) बोस्टन अमेरिका से वास्तुकला में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है। इससे पहले उन्होंने आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई की। पीयूष को आईआईटी की पढ़ाई के लिए टाटा से फेलोशिप मिल चुकी है। वह शोध कार्य के लिए आस्ट्रेलिया, चीन, सिंगापुर जैसे कई देशों में जा चुके हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता आशा वर्मा, बहन और गुरुजनों को दिया है.

पियूष वर्मा ने 5 साल की इंटर्नशिप आर्किटेक्ट बीवी दोशी के साथ की है. इस दौरान पीयूष वर्मा ने सामाजिक डिजाइन में रुचि विकसित की है. इसने उन्हें उन्होंने अपने गृह राज्य उत्तराखंड में बाढ़ से प्रभावित लोगों के पुनर्वास, दिल्ली में बेघर लोगों के लिए आश्रयों के परिवर्तनीय प्रोटोटाइप के निर्माण और हिमालय में वासनात्मक आवास के संरक्षण जैसी परियोजनाओं पर काम करने के लिए भी प्रेरित किया।